कुमारी माधुरी बारसिया ग्राम गारादेही, जुन्नारदेव जिला छिंदवाडा की रहने वाली हैं | उनके पिता नहीं हैं | उनकी माताजी श्रीमती रामबाई कंस्ट्रक्शन साईट पर लेबर का काम करती हैं | माधुरी ने अपनी पढाई सरकारी स्कूल में हॉस्टल में रहकर पूरी की है | कक्षा 10 वीं की बोर्ड की परीक्षा में उनके 93.34 प्रतिशत अंक आए | वे बड़ी होकर आई.आई.टी. में पढना चाहती हैं |
कुमारी खुशबू काजले खिरकिया जिला हरदा की रहने वाली हैं | उनके पिता श्री रामकरण काजले दैनिक मजदूरी करते हैं, उन्हें किसी भी प्रकार की सफाई या अन्य बोझा ढोने का काम मिल जाता है उसी से वे अपने परिवार का पोषण करते हैं | उनके पास रहने को अपना घर नहीं है, झोपड़ी में रहते हैं | उनके घर में बिजली या पानी की सप्लाई भी नहीं है| खुशबू ने शासकीय विद्यालय में पढाई की तथा अपनी प्रतिभा और मेहनत से कक्षा 10 वीं की बोर्ड परीक्षा में 92.34 प्रतिशत अंक लाई | खुशबू भी बड़ी होकर आई.आई.टी. पास कर इंजिनियर बनना चाहती हैं तथा वे चाहती हैं की वे ऐसी नौकरी पायें जिसमें वे समाज में उन जैसे और छात्रों को भी मदद कर सकें |
कुमारी प्रियांशु बारंगे ग्राम सिराठा, जिला छिदवाडा की रहने वाली हैं | उन्होंने गाँव की ही शासकीय शाला से हाई स्कूल बोर्ड की परीक्षा में 91.5 प्रतिशत अंक प्राप्त किये | उनके पिता श्री कैलाश बारंगे एवं माता श्रीमती विमल दोनों ही खेतिहर मजदूर हैं | प्रियांशु आल इंडिया इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंस दिल्ली से एम.बी.बी.एस. की पढाई करने के बाद हार्ट सर्जन बनना चाहती है | उनके गाँव के क्षेत्र में कोई डॉक्टर नहीं है, वे डॉक्टर की पढाई कर अपने गाँव के आस-पास ही रहकर लोगों की सेवा करना चाहती हैं |